बात करने से लेकर बात ना करने तक का हर बहाना याद है। बात करने से लेकर बात ना करने तक का हर बहाना याद है।
मोहताज नहीं है किसके साथ की, अब शब्दों से खुशी ही मिलती है। मोहताज नहीं है किसके साथ की, अब शब्दों से खुशी ही मिलती है।
तुम अभी से हार जाने की बात करते हो ! तुम अभी से हार जाने की बात करते हो !
प्रकृति प्रेमी है, आत्मनिर्भर भारत का संदेशवाहक है यह थैला।। प्रकृति प्रेमी है, आत्मनिर्भर भारत का संदेशवाहक है यह थैला।।
तुम देर रातां तक ख़यालों में दौड़ीं। तुम देर रातां तक ख़यालों में दौड़ीं।
भूल न जाना उन ख़ुशियों को ग़म के अँधेरे में। भूल न जाना उन ख़ुशियों को ग़म के अँधेरे में।